Ahoi Ashtami is specifically meant for mothers who kept fast for the well being of their children. Pure Water is offered to stars during the evening time by the mothers and they pray for the long life of their children. Watch here Jyotishacharya Ajay Dwivedi Ji narrating the Ahoi Ashtami Vrat Katha and its significance. Watch the video to know more.
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा का विधान है। इसीलिए इस तिथि को अहोई अष्टमी के रूप में पूजा जाता है। इस दिन भारतीय महिलाएं संतान प्राप्ति और संतान की समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। इस साल 31 अक्टूबर को अहोई अष्टमी है। आइए आचार्य अजय द्विवेदी से सुनते हैं इस पावन दिन से जुड़ी कथा...